प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का ऐलान किया. पीएम ने कहा कि यह ट्रस्ट मंदिर निर्माण से जुड़े हर फैसले लेने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे, जिनमें एक दलित और एक महिला सदस्य को भी जगह दी जाएगी. ट्रस्ट में शामिल किए जाने वालों में जो नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं, उनमें रामजन्मभूमि न्यास से लेकर विश्व हिंदू परिषद से जुड़े हुए लोगों की चर्चाएं हैं.
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के संभावित सदस्य
सूत्रों की मानें तो रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का प्रमुख बनाया जा सकता है अयोध्या में राम मंदिर को लेकर लंबे समय से रामजन्मभूमि न्यास प्रमुख पक्षकारों में शामिल रहा है निर्मोही अखाड़ा से महंत धीरेंद्र दास को ट्रस्ट का सदस्य बनाया जा सकता है. निर्मोही अखाड़ा अयोध्या मामले में मुख्य पक्षकारों में से एक था गोरखनाथ पीठ से भी एक सदस्य को ट्रस्ट में जगह मिल सकती है. राम मंदिर आंदोलन में गोरखनाथ पीठ का अहम भूमिका रही है. इसमें योगी आदित्यनाथ के गुरु अवैद्यनाथ से लेकर दिग्विजय नाथ की अहम भूमिका रही है. ऐसे में गोरखनाथ पीठ से जुड़े हुए एक सदस्य को ट्रस्ट में शामिल किया जा सकता है विश्व हिंदू परिषद से चंपत राय को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जगह मिल सकती है. अयोध्या आंदोलन में वीएचपी की अहम भूमिका रही है।