मॉब लिंचिंग की घटना से आहत शिवराज बोले

मॉब लिंचिंग की घटना से आहत शिवराज बोले


“MP में तालिबानी युग की शुरुआत


IIFA अवॉर्ड में व्यस्त सरकार





धार। मनावर में मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार की कार्यशैली पर जमकर हमला बोला है. शिवराज ने जहां कमलनाथ सरकार की तुलना जंगलराज से की, वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस घटना को मध्य प्रदेश में तालिबानी युग की शुरुआत बताया।


मनावर की घटना से हताहत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, ”कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने मध्य प्रदेश को तालिबानी प्रदेश बना दिया है. पीट-पीटकर लोगों की हत्या की जा रही है. बेकसूरों को पत्थर से कुचलकर मारा जा रहा है. दलितों पर अत्याचार हो रहा है. धार की घटना की मुझे जानकारी मिली है।


पीड़ितों ने पुलिस सूचना दी थी कि वे अपने पैसे लेने वहां जा रहे हैं. उनकी जान को भी खतरा हो सकता है, लेकिन पुलिस सोती रही और ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गई जो मध्य प्रदेश के इतिहास में कभी नहीं हुई थी. मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर कमलनाथ प्रदेश को कहां ले जा रहे हैं?”


उन्होंने आगे कहा कि, ”यह जंगलराज नहीं तो क्या है? क्या पुलिस जाति और पंथ कुछ कर कार्रवाई करेगी? क्या पुलिस के हाथ बांध दिए गए हैं. कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी जो कार्रवाई करते उनको प्रताड़ित किया जा रहा है. क्या हो रहा है मेरे प्रदेश को? चारों तरफ तबाही है, जंगलराज है, ऐसी घटनाओं पर चुप नहीं बैठा जा सकता।


सागर में दलित को जिंदा जला दिया गया. वहां अपराधियों का पंथ देखकर कार्रवाई नहीं हो रही. प्रदेश में दलित जिंदा जल रहे हैं, आदिवासी बेटियां बलात्कार के बाद मारी जा रही हैं. तालिबानी तरीके से हत्याएं हो रही हैं और प्रदेश की कमलनाथ सरकार सो रही है. आईफा के आयोजन में व्यस्त है. अब तो ऐसा लगता है कि सरकार से कार्रवाई मांग करें या न करें. क्योंकि सरकार कान मे तेल डाल कर सो रही है. ऐसी घटनाओं को रोकना सरकार की जिम्मेदारी है. अब तो उठे जागे।


नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मनावर की घटना को प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटना बताया. उन्होंने कहा कि वह इसे विधानसभा में भी उठाएंगे. गोपाल भार्गव ने कहा, ”धार के मनावर में हुई तालिबानी घटना समाज को शर्मसार करने वाली है. मध्य प्रदेश किस ओर बढ़ रहा है? यह घटना दर्शाती है कि प्रदेश में तालिबानी युग की शुरुआत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि पिछले 1 साल में मध्य प्रदेश में दलितों आदिवासियों पर अत्याचार और सौहार्द में खलल डालने वाली घटनाएं हुई है।


गोपाल भार्गव ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि शांति का टापू एमपी एक साल में भीड़ की हिंसा का अड्डा बन गया है. दलितों और आदिवासियों की हत्या हो रही है. मुख्यमंत्री वक्त है बदलाव का नारा देते हैं. वास्तव में मध्यप्रदेश बदल गया है. नेता प्रतिपक्ष ने मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है।


मनावर के खरिकिया गांव में 6 किसानों के साथ हुई मॉब लिंचिंग मामले ने प्रदेश सरकार ने SIT गठित कर दी. जिसके बाद एसआईटी ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में 5 पुलिस कर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के कारण सस्पेंड भी कर दिया गया है।