रणजीत बच्चन हत्याकांड: मोबाइल से मिले अहम सुराग, पत्नी, रुपये और अवैध संबंध


रणजीत बच्चन हत्याकांड: मोबाइल से मिले अहम सुराग, पत्नी, रुपये और अवैध संबंध







लखनऊ। विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन हत्याकांड में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। पुलिस की पड़ताल रणजीत की तीन पत्नियों, रुपये के लेनदेन व अवैध संबंधों पर टिक गई है। पुलिस के रडार पर 24 से ज्यादा संदिग्ध नंबर हैं जो रणजीत के मोबाइल से मिले हैं। इनमें कुछ नंबर बंद मिले हैं। हत्या के बाद से गायब उनके करीबी लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस कुल 80 मोबाइल की डिटेल खंगाल रही है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक हिंदूवादी नेता होने के कारण हत्या के अन्य वजहों की पड़ताल पूरी तरह से खत्म नहीं की गई है। कुछ ऐसे लोगों की पूरी सूची तैयार की गई है, जो सरकार के करीब रहने के दौरान रणजीत से लाभ लेते रहे या उनको फायदा दिलाया। वारदात से पहले महराजगंज के अभिषेक और ज्योति से रणजीत व उनके दोस्त आदित्य की मुलाकात हुई थी। अभिषेक और ज्योति नौकरी के सिलसिले में ही रणजीत से मिलने लखनऊ आए थे। उन्हें अगले दिन ही नोएडा जाना था। वहां एक निजी कंपनी में नौकरी दिलाने का वादा रणजीत ने किया था।

रणजीत की दूसरी पत्नी की करीबी है ज्योति:-

पुलिस के मुताबिक अभिषेक व उसकी पत्नी ज्योति दोनों शनिवार देर रात को लखनऊ पहुंचे। रविवार को रणजीत की सुबह 6 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने अभिषेक और ज्योति को भी लखनऊ में वारदात के खुलासा न होने तक रोके रखा है। सोमवार को अभिषेक व ज्योति से पूछताछ की गई। अभिषेक ने बताया कि वह रणजीत से काफी पहले से जुड़ा था। ज्योति से उसकी एक साल पहले शादी हुई। रणजीत की दूसरी पत्नी स्मृति की ज्योति से दोस्ती है। लेकिन अभिषेक ने स्मृति के बारे में कोई भी जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया। इस संबंध में महिला पुलिस की टीम ने ज्योति से भी पूछताछ की है।

18 साल से साथ हूं : कालिंदी:-

पुलिस की पूछताछ में रणजीत की पत्नी कालिंदी शर्मा ने बताया कि उनकी पहली मुलाकात गोरखपुर में 2002 में हुई थी। कालिंदी मूल रूप से कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के बरई पट्टी की रहने वाली हैं। उनके पिता गोरखपुर के नगर निगम के वर्कशॉप में तैनात थे। वह एक अच्छी एथलीट हैं। दोनों ने एक साथ साइकिल यात्रा शुरू की। कालिंदी के मुताबिक उनके पास रणजीत से शादी करने के कोई पुख्ता दस्तावेज नहीं हैं। वर्ष 2014 में उन्होंने मंदिर में शादी की थी जिसके कुछ फोटो उपलब्ध हैं। कालिंदी ने यह भी बताया कि उनकी शादी होने के एक साल बाद रणजीत ने स्मृति से शादी कर ली। दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी की। दोनों के पास प्रमाण पत्र भी है। वहीं कालिंदी के चचेरे भाई मनोज ने पूछताछ में बताया कि स्मृति के पास काफी संपत्ति है। कई बार रणजीत उसे लेकर स्मृति की जमीन दिखाने के लिए  गए थे।

हिंदू महासभा के पदाधिकारियों की सूची व नंबर की तलाश:-

पुलिस के मुताबिक 2015 में विश्व हिंदू महासभा का गठन किया गया। इसके बाद सदस्यों की संख्या बढ़ती गई। पुलिस ने संगठन से जुड़े पदाधिकारियों व जिम्मेदारों की सूची मांगी है। पुलिस संगठन से जुड़े विवाद की दिशा में भी पड़ताल कर रही है।

जल्द ही करेंगे हत्याकांड का खुलासा:-

पुलिस हत्याकांड के खुलासे के काफी करीब पहुंच गई है। जल्द ही खुलासा हो जाएगा। इस कांड के खुलासे के लिए आठ टीमें लगाई गई हैं। दो टीमें सीसीटीवी फुटेज खंगालने, तीन टीमें मोबाइल व डिजिटल विवेचना और तीन टीमें मुखबिरों के जरिए हत्यारों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। रणजीत के मोबाइल में काफी अहम सुराग मिला है। इसमें कई महिलाओं के नंबर भी मिले हैं। वहीं रुपये के लेनदेन का भी मामला सामने आ रहा है।

- सुजीत पांडेय, पुलिस कमिश्नर लखनऊ-